अहमदाबाद प्लेन क्रैश में चमत्कारी ढंग से बचा एक यात्री, बताया- आंखें खुली तो चारों ओर बिखरी थीं लाशें…

Jun 13, 2025 - 09:28
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अहमदाबाद प्लेन क्रैश में चमत्कारी ढंग से बचा एक यात्री, बताया- आंखें खुली तो चारों ओर बिखरी थीं लाशें…

 एयर इंडिया विमान हादसे में जहां चारों ओर तबाही का मंजर देखने को मिला, वहीं इस दुर्घटना में एक व्यक्ति के चमत्कारिक रूप से जिंदा बचने की खबर सामने आई है। हादसे में बचे इस शख्स का नाम रमेश विश्वास कुमार है, जिन्हें सीट 11A से जीवित हालत में निकाला गया। फिलहाल रमेश का इलाज अहमदाबाद के असरवा स्थित सिविल अस्पताल में चल रहा है।

उड़ान भरने के 30 सेकंड बाद हुआ हादसा

रमेश विश्वास कुमार ने बताया कि विमान के टेकऑफ के लगभग 30 सेकंड बाद जोरदार धमाका हुआ और देखते ही देखते विमान क्रैश हो गया। हादसे के वक्त वे अपने भाई अजय कुमार रमेश के साथ यूके लौट रहे थे। हादसे के बाद रमेश ने बताया, “जब मेरी आंख खुली, तो चारों तरफ लाशें बिखरी थीं। मैं डरा हुआ था, खुद को खड़ा किया और भागने की कोशिश की। किसी ने मुझे पकड़ा और एंबुलेंस में अस्पताल पहुंचाया।”

Boarding Pass

20 साल से लंदन में रह रहे हैं रमेश

रमेश पिछले 20 वर्षों से लंदन में रहते हैं। कुछ दिनों पहले ही वे भारत में अपने परिवार से मिलने आए थे। उन्होंने बताया कि उनकी पत्नी और बच्चा लंदन में ही हैं। रमेश ने भावुक होकर कहा, “हम दोनों भाई एक साथ यात्रा कर रहे थे, लेकिन अब मैं अजय को नहीं ढूंढ पा रहा हूं। कृपया मेरी मदद करें।”

242 यात्रियों में से 230 यात्री, 12 चालक दल के सदस्य

गैटविक जा रहा एयर इंडिया का बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर विमान दोपहर 1:39 बजे अहमदाबाद से उड़ान भरा और कुछ ही मिनटों बाद आवासीय क्षेत्र में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। विमान में कुल 242 लोग सवार थे, जिनमें से 230 यात्री और 12 चालक दल के सदस्य थे। यात्रियों में 169 भारतीय, 53 ब्रिटिश, 7 पुर्तगाली और 1 कनाडाई नागरिक शामिल थे

पुलिस कमिश्नर का बयान

अहमदाबाद के पुलिस कमिश्नर जीएस मलिक ने एएनआई से बातचीत में कहा, “सीट 11A पर एक जीवित व्यक्ति मिला है। फिलहाल इलाज चल रहा है। मृतकों की संख्या अभी तय नहीं की जा सकती, क्योंकि विमान घनी आबादी वाले क्षेत्र में गिरा था। मौतों की संख्या और बढ़ सकती है।”

परिजन अस्पतालों में तलाश रहे हैं अपनों को

विमान हादसे के बाद अस्पतालों में कोहराम मचा हुआ है। परिजन और मित्र अपने-अपने परिजनों को तलाश रहे हैं। वहीं रमेश विश्वास जैसे कुछ चश्मदीदों की आपबीती इस भयावह हादसे की भयावहता को बयां कर रही है। प्रशासन द्वारा राहत और बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी है।

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