US Immigration Update के तहत अमेरिका ने इस साल जनवरी से अब तक 85,000 से अधिक वीजा रद्द कर दिए हैं। अमेरिकी स्टेट डिपार्टमेंट ने बताया कि यह कदम राष्ट्रीय सुरक्षा, इमिग्रेशन नियंत्रण और बॉर्डर सिक्योरिटी को मजबूत करने की रणनीति के तहत उठाया गया है। रद्द किए गए वीज़ा में 8,000 से अधिक स्टूडेंट वीजा भी शामिल हैं। अधिकारियों के मुताबिक, नशे में गाड़ी चलाना, चोरी और हमला जैसे अपराध इन कैंसलेशनों के प्रमुख कारण रहे हैं। यह संख्या पिछले वर्ष की तुलना में लगभग दोगुनी है, जो कड़े नियमों की ओर इशारा करती है।
कुछ वीजा वीजा-एक्सपायरी, आतंकवाद से जुड़ी जांच और गंभीर अपराधों के कारण भी रद्द किए गए। अक्टूबर में उन लोगों के वीजा भी रद्द किए गए जिन्होंने एक अमेरिकी कंजर्वेटिव एक्टिविस्ट की हत्या का जश्न मनाया था। गाजा संघर्ष से जुड़े प्रदर्शनों में शामिल कई इंटरनेशनल स्टूडेंट्स भी जांच के दायरे में हैं।
अगस्त में अमेरिका ने घोषणा की थी कि देश में रहने वाले 55 मिलियन से अधिक विदेशी नागरिकों की निरंतर निगरानी की जाएगी। साथ ही H-1B वीजा के लिए स्क्रीनिंग प्रक्रिया को और कड़ा किया गया है ताकि संभावित खतरों की पहले से पहचान हो सके।
5 दिसंबर को राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बड़ा कदम उठाते हुए आदेश दिया कि H-1B और H-4 वीजा आवेदकों को अपने सोशल मीडिया अकाउंट अनिवार्य रूप से सार्वजनिक करने होंगे। अमेरिकी अधिकारी अब पोस्ट, लाइक और गतिविधियों के आधार पर तय करेंगे कि वीजा दिया जाए या नहीं। यदि कोई गतिविधि अमेरिकी हितों के खिलाफ पाई गई, तो वीजा तुरंत रद्द कर दिया जाएगा।
यह पहली बार है जब H-1B वीजा के लिए सोशल मीडिया स्कैनिंग अनिवार्य की गई है। स्टूडेंट और विजिटर वीजा कैटेगरी में यह नियम पहले ही लागू हो चुका है।
स्पष्ट है कि US Immigration Update ट्रंप प्रशासन के इमिग्रेशन कंट्रोल और राष्ट्रीय सुरक्षा को कड़ा करने के एजेंडा को और मजबूत करता है।