भारत दौरे पर सिंगापुर के प्रधानमंत्री लॉरेंस वोंग, 60 साल पुराने रिश्तों में नई ऊर्जा की तैयारी

नई दिल्ली : सिंगापुर के प्रधानमंत्री लॉरेंस वोंग मंगलवार से भारत की तीन दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आमंत्रण पर हो रही यह यात्रा भारत और सिंगापुर के बीच कूटनीतिक संबंधों की 60वीं वर्षगांठ के मौके पर हो रही है। यह दौरा दोनों देशों की व्यापक रणनीतिक साझेदारी (Comprehensive Strategic Partnership) को और मजबूत करने की दिशा में अहम माना जा रहा ह
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) के मुताबिक वोंग, जो सिंगापुर के वित्त मंत्री भी हैं, अपनी यात्रा के दौरान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगे। मोदी उनके सम्मान में भोज का आयोजन करेंगे। वोंग कई भारतीय मंत्रियों और वरिष्ठ अधिकारियों से भी मुलाकात करेंगे जिनमें स्वास्थ्य मंत्री जे.पी. नड्डा, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, विदेश मंत्री एस. जयशंकर, शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल शामिल हैं।
यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री वोंग महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देने के लिए राजघाट जाएंगे। वे नई दिल्ली में एक गोलमेज बैठक में भारतीय व्यापारिक नेताओं से संवाद करेंगे, जिसमें निवेश, कनेक्टिविटी, डिजिटल सहयोग और वित्तीय सेवाओं पर चर्चा होगी। इसके अलावा वोंग दिल्ली में रह रहे प्रवासी सिंगापुरवासियों से भी मुलाकात करेंगे। यह कार्यक्रम भारत-सिंगापुर कूटनीतिक संबंधों और सिंगापुर की स्वतंत्रता की 60वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में आयोजित किया जा रहा है।
निवेश और व्यापार में सहयोग
भारत और सिंगापुर के बीच आर्थिक रिश्ते लगातार गहरे हो रहे हैं। सिंगापुर आज भारत का सबसे बड़ा प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) स्रोत है। वर्ष 2005 से दोनों देशों के बीच व्यापार 2.5 गुना बढ़ चुका है। समुद्री और विमानन संपर्क, डिजिटल इकोनॉमी, शिक्षा और वित्तीय सेवाएं वे क्षेत्र हैं जिनमें दोनों देशों की खास रुचि है।
रिश्तों को नई ऊंचाई
प्रधानमंत्री मोदी ने सितंबर 2024 में सिंगापुर का दौरा किया था। उस दौरान दोनों देशों ने अपने रिश्तों को व्यापक रणनीतिक साझेदारी तक ले जाने का निर्णय किया था। लॉरेंस वोंग की यह यात्रा उसी प्रक्रिया को आगे बढ़ाने और भविष्य की साझेदारी की रूपरेखा तय करने की दिशा में अगला बड़ा कदम है।
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