राज्यपाल ने किया तीन दिवसीय राज्य युवा महोत्सव का समापन...छत्तीसगढ़ के विकास की इंजन है ऊर्जावान युवा : रमेन डेका
बिलासपुर - राज्यपाल रमेन डेका ने आज शाम बहतराई स्टेडियम में आयोजित तीन दिवसीय राज्य स्तरीय युवा महोत्सव का रंगारंग कार्यक्रमों के बीच समापन किया। उन्होंने विजेता टीमों एवं प्रतिभागियों को खेल एवं युवा कल्याण विभाग की ओर से पुरस्कार वितरित किए। कार्यक्रम की अध्यक्षता केंद्रीय राज्य मंत्री तोखन साहू ने की। इस अवसर पर विधायक सुशांत शुक्ला, जिला पंचायत अध्यक्ष राजेश सूर्यवंशी, महापौर पूजा विधानी, कमिश्नर सुनील जैन, आईजी संजीव शुक्ला, खेल एवं युवा कल्याण विभाग की संचालक तनुजा सलाम, कलेक्टर संजय अग्रवाल, एसएसपी रजनेश सिंह सहित बड़ी संख्या में पूरे राज्य से आए युवा एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।राज्यपाल रमेन डेका ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि आज राज्य युवा महोत्सव के इस समापन अवसर पर आप सबके बीच आकर मुझे बहुत खुशी हो रही है। बीते दिनों में इस मंच ने जिस ऊर्जा, उत्साह और रचनात्मकता को देखा है, वह यह बताने के लिए काफी है कि छत्तीसगढ़ का भविष्य कितना उज्ज्वल है। यह महोत्सव केवल प्रतियोगिताओं का आयोजन नहीं था। यह आत्मविश्वास का मंच था, प्रतिभा की पहचान थी और सपनों को पंख देने का अवसर था।राज्यपाल डेका ने कहा कि छत्तीसगढ़ की पहचान केवल उसके जंगलों, खनिजों या नदियों से नहीं है। छत्तीसगढ़ की असली पहचान उसका ऊर्जावान युवा है। मेहनती, रचनात्मकता और जमीन से जुड़े युवाओं पर हमें गर्व है। इस महोत्सव में लोकनृत्य, लोकगीत, चित्रकला, कविता, कहानी लेखन, वाद विवाद विधाओं के माध्यम से आपने यह दिखाया कि हमारी युवा पीढ़ी अपनी जड़ों से जुड़ी है और साथ ही नए समय को भी समझती है। यही संतुलन हमें आगे तक ले जाएगा। डेका ने कहा कि हमें विशेष गर्व है कि इस महोत्सव में छत्तीसगढ़ की लोक संस्कृति और जनजातीय परंपराओं को प्रमुख स्थान मिला। जब युवा अपनी संस्कृति को समझता है, तो उसमें आत्मसम्मान पैदा होता है। आज की दुनिया तेजी से बदल रही है। तकनीक बदल रही है, सोच बदल रही है, जीवन शैली बदल रही है। लेकिन इन बदलावों के बीच अगर हम अपनी भाषा, अपनी कला और अपने मूल्यों को थामे रखें, तो हम कहीं खोते नहीं हैं। अक्सर कहा जाता है कि युवा देश का भविष्य हैं। मैं कहना चाहता हूँ कि युवा देश का वर्तमान भी हैं। आज समाज में जो बदलाव आ रहे हैं, उनमें युवाओं की प्रत्यक्ष भूमिका है।राज्यपाल ने आगे कहा कि आप सोशल मीडिया पर क्या लिखते हैं, किस मुद्दे पर आवाज उठाते हैं, किस तरह का व्यवहार करते हैं, इन सबका असर समाज पर पड़ता है। इसलिए यह बहुत जरूरी है कि युवा जिम्मेदारी के साथ अपनी ऊर्जा का उपयोग करें। राज्यपाल ने कहा कि जीवन में हर किसी को हार का सामना करना पड़ता है। प्रतियोगिता में कोई पहला आता है, कोई दूसरा, कोई तीसरा। लेकिन असली हार तब होती है, जब हम प्रयास करना छोड़ देते हैं। अगर आज कोई पुरस्कार नहीं मिला, तो निराश मत होइए। हो सकता है कल वही मंच आपका इंतजार कर रहा हो। याद रखिए की हर सफल व्यक्ति के जीवन में असफलताओं की लंबी कहानी होती है। आज का समय केवल नौकरी खोजने का नहीं है, बल्कि अवसर बनाने का है। छत्तीसगढ़ में कृषि, वन उत्पाद, पर्यटन, हस्तशिल्प, खेल, कला और तकनीक हर क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं। अगर आप कलाकार हैं, तो अपनी कला को पहचान दिलाइए। अगर खिलाड़ी हैं, तो अनुशासन और निरंतर अभ्यास को अपना साथी बनाइए। अगर छात्र हैं, तो केवल डिग्री नहीं, बल्कि कौशल पर ध्यान दीजिए। उन्होंने युवाओं अपेक्षा की है कि संवेदनशीलता-अपने आसपास देखिए। क्या कोई बच्चा पढ़ाई से वंचित है, क्या कोई परिवार कठिनाई में तो नही है, क्या कहीं पर्यावरण को नुकसान हो रहा है। छोटे-छोटे प्रयास जैसे स्वच्छता, पौधरोपण, नशा मुक्ति, डिजिटल जागरूकता समाज में बड़ा बदलाव ला सकते हैं। जब युवा आगे आते हैं, तो समाज खुद-ब-खुद बदलने लगता है। डेका ने कहा कि आज यह महोत्सव समाप्त हो रहा है लेकिन इससे मिली प्रेरणा यहीं खत्म नहीं होनी चाहिए। इसे अपने घर, अपने गांव, अपने कॉलेज और अपने कार्यक्षेत्र तक ले जाएं। आप सभी प्रतिभागियों, विजेताओं और आयोजकों को मैं हृदय से बधाई देता हूँ। आपने इस महोत्सव को जीवंत बनाया। खुद पर भरोसा रखिए। मेहनत से पीछे मत हटिए और कभी यह मत भूलिए कि आप छत्तीसगढ़ की पहचान हैं। आपकी सफलता ही प्रदेश की सफलता है। आपका चरित्र ही देश की ताकत है। उन्होंने राज्य युवा महोत्सव के सफल आयोजन के लिए आयोजक टीम को बधाई दी और युवाओं के उज्ज्वल भविष्य शुभकामनाएं दी।केंद्रीय राज्य मंत्री तोखन साहू ने अपने उद्बोधन में कहा कि मैं प्रदेश के कोने-कोने से आए सभी युवा साथियों का अत्यंत सम्मान के साथ बिलासपुर की इस पावन धरा पर अभिनंदन एवं स्वागत करता हूँ। साथियों, आज बिलासपुर की न्यायधानी इस बात की साक्षी है कि यहाँ युवाओं के साथ कभी खिलवाड़ नहीं होता। उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद जी ने कहा था “उठो, जागो और तब तक प्रयास करो जब तक अपने लक्ष्य को प्राप्त न कर लो।” आज हमारी सरकार उसी विचार को धरातल पर उतार रही है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में तथा मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय जी की सरकार युवाओं के भविष्य को सशक्त बनाने के लिए निरंतर कार्य कर रही है।आज युवाओं को नियुक्तियाँ मिल रही हैं और केंद्र सरकार द्वारा हर महीने रोजगार मेलों का आयोजन किया जा रहा है। गाँवों के पारंपरिक खेल फिर से मैदानों की शान बन रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी जी और विष्णु देव साय जी की सरकार केवल सड़क और पुल ही नहीं बना रही, बल्कि हमारी समृद्ध संस्कृति को भी नई ऊँचाइयों तक ले जा रही है। आज छत्तीसगढ़ का युवा केवल प्रतिभागी नहीं, बल्कि विश्व विजेता बन रहा है। बिलासपुर खेल प्रशिक्षण केंद्र की कबड्डी खिलाड़ी संजू देवी ने नवंबर 2025 में स्वर्ण पदक जीतकर यह सिद्ध कर दिया कि छत्तीसगढ़ की माटी में अपार दम है। आज गाँव-गाँव से प्रतिभाएँ निकल रही हैं और हमारा लक्ष्य है कि ओलंपिक पोडियम पर छत्तीसगढ़ का युवा तिरंगा थामे खड़ा दिखाई दे। प्रधानमंत्री जी ने युवाओं के लिए अवसरों का खजाना खोल दिया है। आज हमारा युवा केवल नौकरी तलाशने वाला नहीं, बल्कि रोजगार देने वाला बन रहा है। प्रतिभाओं को सम्मान देने के लिए छत्तीसगढ़ युवा रत्न पुरस्कार की शुरुआत की गई है, जिसके अंतर्गत व्यक्तिगत श्रेणी में ढाई लाख रुपये तथा संस्थागत श्रेणी में पाँच लाख रुपये की राशि प्रदान की जा रही है। जब छत्तीसगढ़ सशक्त होगा, तभी देश सशक्त होगा। आदरणीय प्रधानमंत्री जी के विकसित भारत के विजन को साकार करते हुए हम सब संकल्प लें कि वर्ष 2047 तक छत्तीसगढ़ को विकसित राज्य और भारत को विकसित राष्ट्र बनाएँगे। इस अवसर पर पूर्व सांसद लखन लाल साहू, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष अरुण सिंह चौहान, संभागायुक्त सुनील जैन, आईजी संजीव शुक्ला, कलेक्टर संजय अग्रवाल, एसएसपी रजनेश सिंह, खेल एवं युवा कल्याण विभाग की संचालक तनुजा सलाम, नगर निगम कमिश्नर प्रकाश सर्वे, जिला पंचायत सीईओ संदीप अग्रवाल मौजूद रहें। युवा उत्सव में इन्हें मिला प्रथम पुरस्कार - तीन दिवसीय राज्य युवा महोत्सव के विजेता प्रतिभागियों को राज्यपाल रमेन डेका ने पुरस्कार प्रदान कर उनका उत्साह वर्धन किया। महोत्सव में संपन्न 14 विधाओं के विजेताओं को नगद पुरस्कार, शील्ड एवं प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया गया। लोकनृत्य का प्रथम पुरस्कार जिला रायपुर, लोकगीत का प्रथम पुरस्कार सरगुजा, पंथी नृत्य में मुंगेली, राउत नाचा में कोंडागांव, सुआ नृत्य बलौदा बाजार, करमा नृत्य में सरगुजा, रॉक बैंड में बस्तर, एकांकी नाटक में धमतरी, नवाचार में कोरबा जिला, वाद विवाद में राजनांदगांव, चित्रकला में धमतरी, कविता लेखन में बिलासपुर, पारम्परिक वेशभूषा में सरगुजा और कहानी लेखन में कोरबा जिला ने प्रथम स्थान हासिल कर पुरस्कार जीते। समारोह में कुल 33 लाख के पुरस्कार युवाओं को बांटे गये।
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